Courtesy: नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]।
आइआइटी समेत सभी केंद्रीय इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थानों में एक ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा का रास्ता साफ हो गया है। आइआइटी कौंसिल ने इसके लिए तैयार नए फार्मूले को मंजूरी दे दी है। साथ ही एलान कर दिया है कि सर्वसम्मति से बने नए फार्मूले के फैसले पर किसी को एतराज नहीं है। नए फार्मूले पर अमल भी वर्ष 2013 से ही होगा। आइआइटी में दाखिले सिर्फ जेईई-एडवांस की अखिल भारतीय रैंकिंग व स्कूल बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल छात्रों में शुमार होने के आधार पर होंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल की गैरमौजूदगी में बुधवार को हुई आइआइटी कौंसिल की बैठक में नए फार्मूले को मंजूरी मिल गई। सूत्रों के मुताबिक, कॉमन एंट्रेंस और आइआइटी की स्वायत्तता को लेकर लग रहे आरोपों के चलते उन्होंने इस बार बैठक से किनारा कर लिया, लेकिन अपना संदेश जरूर भेजा। सिब्बल के बैठक में नहीं जाने के कारण आइआइटी-मद्रास व आइआइटी कौंसिल की स्टैंडिग कमेटी के चेयरमैन प्रो. एमएम शर्मा ने बैठक की।
प्रो. शर्मा ने बताया कि एआइ ट्रिपल-ई की तर्ज पर ही जेईई-मुख्य की परीक्षा होगी। सीबीएसई से इस परीक्षा में आइआइटी-जैब व ज्वाइंट इंप्लीमेंटेशन कमेटी भी सहयोग करेगी।
शर्मा ने बताया कि जेईई-मुख्य के कुछ हफ्तों बाद ही पूरी तरह आइआइटी की देखरेख में संयुक्त एडमीशन बोर्ड [जैब] जेईई-एडवांस की परीक्षा करेगा। इसमें जेईई-मुख्य में पास होने वाले शीर्ष डेढ़ लाख छात्र ही शामिल हो सकेंगे। जेईई-एडवांस के पूरे नतीजे अंकों के साथ सीबीएसई व राज्यों के बोर्ड नतीजों के पहले घोषित कर दिए जाएंगे। जबकि, उनकी अखिल भारतीय रैंकिंग बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे आने के आसपास घोषित की जाएगी।
आइआइटी में दाखिले का आधार जेईई-एडवांस की अखिल भारतीय रैकिंग में जगह पाने के साथ ही छात्रों को अपने स्कूल बोर्ड के टॉप-20 परसेंटाइल वाले छात्रों में शुमार होना होगा। सीबीएसई चेयरमैन विनीत जोशी के मुताबिक, पिछले साल सीबीएसई में 78 प्रतिशत अंक पाने वाले, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में 65 से 66 प्रतिशत अंक पाने वाले व तमिलनाडु स्कूल बोर्ड में 66 प्रतिशत अंक पाने वाले छात्र 20 परसेंटाइल के दायरे में रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि आइआइटी-कानपुर व दिल्ली की सीनेट, फैकल्टी फेडरेशन व अन्य पक्षकार क्या इस नए फार्मूले को मानने के लिए तैयार होंगे? प्रो. शर्मा ने कहा कि नया फार्मूला जैब की तरफ से सबसे मशविरे के बाद आया है। कौंसिल ने सर्वसम्मति से इस पर फैसला किया है। आइआइटी-कानपुर के निदेशक संजय ढांडे ने कहा, 'इस पर मंगलवार को ही लखनऊ में उनकी बैठक हुई थी। उसमें सीनेट के भी सदस्य थे। सभी राजी हैं।' यह पूछे जाने पर कि क्या एनआइटी भी इसे मानेंगे। उच्च शिक्षा सचिव अशोक ठाकुर ने कहा,'उसके लिए 4 जुलाई को एनआइटी कौंसिल की बैठक होने जा रही है'।
दाखिले का नया फार्मूला
जेईई-एडवांस में बैठेंगे जेईई-मुख्य से पास शीर्ष डेढ़ लाख छात्र
आइआइटी ही कराएगा जेईई-एडवांस परीक्षा
जेईई-एडवांस की टॉप ऑल इंडिया रैंकिंग में शामिल होना जरूरी
स्कूल बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल छात्रों में शामिल होना भी अनिवार्य
No comments:
Post a Comment