Friday, 21 June 2013

रांची छोड. बिहार जायेगा आइआइएम!

तीन साल में आइआइएम को जमीन नहीं दिला पायी राज्य सरकार, संस्थान तैयार कर रहा है प्रस्ताव

राजेश तिवारी रांची

Source: Prabhat Khabar

आइआइएम (आर) अब बिहार की ओर रुख करने का मन बना रहा है. सरकार द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं कराये जाने से यह स्थिति उत्पत्र हुई है. फिलहाल जमीन से संबंधित संचिका मुख्य सचिव के विचारार्थ है. संस्थान का मुख्यालय जहां बिहार में होगा, वहीं रांची में स्टडी सेंटर होगा. संस्थान के निदेशक प्रो एमजे जेवियर ने बताया कि संस्थान एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिस पर जल्द ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत होगी.

700 करोड. नहीं मिले

आइआइएम (आर) का अपना भवन हो, इसके लिए केंद्र ने संस्थान को 700 करोड. देने का निर्णय लिया था. केंद्र सरकार ने पंचवर्षीय योजना के तहत फंड उपलब्ध कराया था, लेकिन जमीन नहीं होने के कारण राशि नहीं मिल सकी.

आइआइएम (आर) के निदेशक प्रो एमजे जेवियर ने रांची विवि के बेसिक साइंस सेंटर में एक कमरे की मांग की थी, जो नहीं दिया गया. फिलहाल संस्थान सूचना भवन में ग्राउंड फ्लोर सहित तीसरे, पांचवें व छठे तल्ले पर चल रहा है.

रैंकिंग में सबसे आगे

आइआइएम (आर) रांची के अलावा देश में पांच स्थानों रायपुर, रोहतक, उदयपुर, काशीपुर व तिरुचिरापल्ली में खुला. इन संस्थानों में रांची की रैंकिंग सबसे ऊपर है.आइआइएम (आर) का अपना छात्रावास भी नहीं है.विद्यार्थी एटीआइ छात्रावास व खेल गांव में बने भवनों में रह रहे हैं.

1.75 करोड. हो गये बेकार
प्रो जेवियर ने बताया कि काफी प्रयास के बाद सरकार ने संस्थान को नगड.ी में 76.77 एकड. जमीन उपलब्ध करायी. उस जमीन पर संस्थान ने एक करोड. 75 लाख रुपये की लागत से चहारदीवारी भी बना दी थी, लेकिन विवाद के कारण संस्थान को नगड.ी की जमीन छोड.नी पड. गयी.

इसके बाद सरकार ने नामकुम के राजा उलातू में जमीन दिलाने की बात कही, लेकिन दौरे के दौरान केंद्रीय टीम ने जब कागजात की जांच करायी, तो वह सही नहीं पाये गये. प्रो जेवियर ने बताया कि अपना भवन नहीं होने से कोर्स बढ.ाने में परेशानी हो रही है. कमरे कम हैं.

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